अहंकार के मद में चूर होकर हम दूसरों के अनुभवों और ज्ञान का उपयोग नहीं कर पाते। संसार के हर व्यक्ति में, चाहे वह कितना ही कमजोर या खराब क्यों न हो, एक अनुकरणीय अच्छाई अवश्य होती है।
अहंकार के मद में चूर होकर हम दूसरों के अनुभवों और ज्ञान का उपयोग नहीं कर पाते। संसार के हर व्यक्ति में, चाहे वह कितना ही कमजोर या खराब क्यों न हो, एक अनुकरणीय अच्छाई अवश्य होती है।