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दुर्लभ एवं महंगे तत्व एवं धातु
दुनिया की सबसे महंगी धातुएं
कीमती धातुओं की खोज और उपयोग का इतिहास सदियों पहले का है, जब मानव जाति को उनके बारे में पता चला था। समय-समय पर, इन धातुओं की कीमतें बढ़ रही हैं और उनमें से कई का उपयोग विविध उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ hindi.gyaanghantaa.com
Gurushala | 30 Nov 2021
राजस्थान से जुड़े रोचक तथ्य
राजस्थान की सुंदरता
2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। राज्य का एक बड़ा हिस्सा थार रेगिस्तान से ढका हुआ है जिसे द ग्रेट इंडियन डेजर्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह रेत के टीलों, रेगिस्तान और चट्टानों का देश है। जयपुर इसकी राजधानी है। जयपुर राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है। जयपुर को “पिंक सिटी” के रूप में भी जाना जाता है। अध्क जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ rochakduniya.com
Gurushala | 30 Nov 2021
क्षार धातुएं क्या होती हैं
क्षार धातु
यह समूह आवर्त सारणी के एस-ब्लॉक में स्थित है। क्षार धातुएँ समान गुण वाली हैं। वे सभी मुलायम, चमकदार तथा मानक ताप तथा दाब पर उच्च अभिक्रियाशील होती हैं तथा कोमलता के कारण एक चाकू से आसानी से काटी जा सकती हैं। चूंकि ये शीघ्र अभिक्रिया करने वाले हैं, अत: वायु तथा इनके बीच की रासायनिक अभिक्रिया को रोकने हेतु इन्हें तेल आदि में संग्रहित रखना चाहिये।
Gurushala | 30 Nov 2021
अक्रिय गैस
उत्कृष्ट गैस क्या है
अक्रिय गैस (Inert gas) उन गैसों को कहते हैं जो साधारणतः रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग नहीं लेतीं और सदा मुक्त अवस्था में प्राप्य हैं। इनमें हीलियम, निऑन, आर्गान, क्रिप्टॉन,जीनॉन और रेडॉन सम्मिलित हैं। इनमें से रेडॉन रेडियो-सक्रिय है। समस्त अक्रिय गैसें रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होती हैं। स्थिर दाब और स्थिर आयतन पर इन गैसों की विशिष्ट उष्माओं का अनुपात 1.67 के बराबर होता है जिससे पता चलता है कि ये सब एक-परमाणुक गैसें हैं।अक्रिय गैस Xe फ्लूराइड बनाता है। आजकल 'अक्रिय गैस' कहने के बजाय इन्हें उत्कृष्ट गैस (Noble gases) के नाम से जाना जाता है क्योंकि ये गैसे पूर्णतः 'अक्रिय' नहीं हैं बल्कि इनमें से अनेकों उत्कृष्ट गैसों के यौगिक आजकल ज्ञात हैं। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ m.dailyhunt.in
Gurushala | 30 Nov 2021
भारत की पांच प्रमुख बड़ी नदियाँ
नदियों पर निर्भर है हमारा जीवन
नदी भूतल पर प्रवाहित एक जलधारा है, जिसका स्रोत प्रायः कोई झील, हिमनद, झरना या बारिश का पानी होता है तथा किसी सागर अथवा झील में गिरती है। किसी भी अर्थव्यवस्था के विकास में नदियाँ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। नदी भूतल पर प्रवाहित एक जलधारा है, जिसका स्रोत प्रायः कोई झील, हिमनद, झरना या बारिश का पानी होता है तथा किसी सागर अथवा झील में गिरती है। किसी भी अर्थव्यवस्था के विकास में नदियाँ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भारत नदियों का देश है। भारत की नदियों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे :- हिमालय से निकलने वाली नदियाँ; दक्षिण से निकलने वाली नदियाँ; तटवर्ती नदियाँ; अंतर्देशीय नालों से द्रोणी क्षेत्र की नदियाँ। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ jagranjosh.com
Gurushala | 30 Nov 2021
विश्व की सबसे तीखी मिर्च
मिर्च जिसे छूने से पहले भी दी जाती है चेतावनी
मिर्ची जानलेवा भी हो सकती है अगर वो मिर्ची दुनिया की सबसे तीखी मिर्च हो। क्या आप दुनिया की सबसे तीखी मिर्च के नाम जानती हैं जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी मिर्ची जानलेवा भी हो सकती है अगर वो मिर्ची दुनिया की सबसे तीखी मिर्च हो। क्या आप दुनिया की सबसे तीखी मिर्च के नाम जानती हैं। इंडिया से लेकर विदेशों तक ऐसी कई मिर्ची हैं जिसने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं यानि जिनके नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हैं। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ herzindagi.com
Gurushala | 30 Nov 2021
असम का प्रसिद्ध खाना
असम का लोकप्रिय भोजन
असम अपनी प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति, त्यौहारों और स्वादिष्ट खाने के लिए जाना जाता है। असम का भोजन है ही कुछ ऐसा कि उसके बारे में सुनकर लोगों के मुंह में पानी आने लगता है, खासकर नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए असम का खाना, दिल खुश कर देने वाला होता है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यहां का खाना सिर्फ और सिर्फ मांसाहारी ही है। यहां के कई फेमस वेजिटेरियन फूड और मिठाइयां भी बेहद टेस्टी होती हैं। अधिक जानने के लिए यरल पर जाएं navbharattimes.indiatimes.com
Gurushala | 30 Nov 2021
रक्त के विभिन्न अवयव
रक्त: एक शारीरिक तरल
लहू या रुधिर या खून एक शारीरिक तरल (द्रव) है जो लहू वाहिनियों के अन्दर विभिन्न अंगों में लगातार बहता रहता है। रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होने वाला यह गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, लाल रंग का द्रव्य, एक जीवित ऊतक है। यह प्लाज़मा और रक्त कणों से मिल कर बनता है। प्लाज़मा वह निर्जीव तरल माध्यम है जिसमें रक्त कण तैरते रहते हैं। प्लाज़मा के सहारे ही ये कण सारे शरीर में पहुंच पाते हैं और वह प्लाज़मा ही है जो आंतों से शोषित पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचाता है और पाचन क्रिया के बाद बने हानिकारक पदार्थों को उत्सर्जी अंगो तक ले जा कर उन्हें फिर साफ़ होने का मौका देता है। रक्तकण तीन प्रकार के होते हैं, लाल रक्त कणिका, श्वेत रक्त कणिका और प्लैटलैट्स। लाल रक्त कणिका श्वसन अंगों से आक्सीजन ले कर सारे शरीर में पहुंचाने का और कार्बन डाईआक्साईड को शरीर से श्वसन अंगों तक ले जाने का काम करता है। इनकी कमी से रक्ताल्पता (अनिमिया) का रोग हो जाता है। श्वैत रक्त कणिका हानीकारक तत्वों तथा बिमारी पैदा करने वाले जिवाणुओं से शरीर की रक्षा करते हैं। प्लेटलेट्स रक्त वाहिनियों की सुरक्षा तथा खून बनाने में सहायक होते हैं। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ hi.wikipedia.org
Gurushala | 30 Nov 2021
जानिये क्या है बल
बल क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं?
बल, द्रव्यमान के साथ वस्तु का एक परस्पर क्रिया है, जो वस्तु के वेग को बदलने का कारण बनता है। इसे किसी विशेष वस्तु को धकेलने या खींचने के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। बल, एक सदिश राशि है जिसका अर्थ है कि इसमें परिमाण और दिशा दोनों होते हैं। जब वस्तु एक दूसरे के साथ परस्पर क्रिया करते हैं, तो यह बल में धकेलने या खींचने का कारण बनता है। उदाहरण के लिए, जब आप किसी गेंद को धक्का देने की कोशिश करते हैं, तो यह, गेंद पर लगने वाले बल के कारण होता है जो इसकी गति को बदल देता है। बाहर से लगाये गए बल में किसी विशेष वस्तु की स्थिति को बदलने की क्षमता होती है। जिस दिशा में बल लगाया जाता है वह उस बल की दिशा के रूप में जाना जाता है। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ hindi.sscadda.com
Gurushala | 30 Nov 2021
सबसे क्रूर आक्रमणकारी
जब पार हुई क्रूरता
दुनिया में कई ऐसे तानाशाह हुए हैं जिन्होंने इंसानी सभ्यता को न केवल शर्मशार किया है, बल्कि क्रूरता की हदें भी पार कीं। इन तानाशाहों ने अपने ताकत के दम पर आम लोगों के ऊपर भयंकर जुल्म ढाहे। कोई अपनी सनक मिटाने तो कोई उनके मांस को खाने के लिए इंसानों को बलि का बकरा बना देते थे। इन खूंखार तानाशाहों के कारण दुनियाभर में लाखों की संख्या में लोग मारे गए। अधिक जनकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ navbharattimes.indiatimes.com
Gurushala | 29 Nov 2021
भारत पर अरबों का आक्रमण
क्यों हुआ भारत पर अरबों का आक्रमण?
अरबों द्वारा भारत में सिंध विजय का विस्तृत वृत्तांत किताब-फुतुह-अल-बलदान एवं 'चचनामा' नामक ग्रंथ में मिलता है। यह अरबी भाषा में लिखित ग्रंथ है। चूंकि भारत आठवीं शताब्दी के शुरुआत में विखंडित अवस्था में था तथा राजनीतिक दृष्टि से कमजोर था। इसका लाभ उठाकर सन 712 ई० में बगदाद (ईराक) के गवर्नर खलीफा अल हज़्जाज के दामाद व चचेरे भाई (कहीं कहीं भतीजा मिलता है) मुुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर आक्रमण किया। इस आक्रमण का तात्कालिक प्रभाव नगण्य था किंतु इसके दूरगामी परिणाम सामने आए। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए gs4uppsc.com
Gurushala | 29 Nov 2021
भारत के प्रमुख बंदरगाह
भारत के बंदरगाह
भारत में 13 प्रमुख और 200 छोटे तथा मध्यम अधिसूचित बंदरगाह हैं। छोटे बंदरगाह राज्यवार गुजरात (42); महाराष्ट्र (48),गोवा (5); कर्नाटक (10); केरल(17),तमिलनाडु (15),आन्ध्रप्रदेश (12); ओडिसा (13); पश्चिम बंगाल (1); दमण और दीव (2); लक्षद्वीप (10); पोंडिचेरी (2); और अंडमान निकोबार द्वीप (23) में स्थित हैं। अधिक जनकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ hi.wikipedia.org
Gurushala | 29 Nov 2021
शासक जिन्होंने किया भारत पर आक्रमण
इतिहास के वो क्रूर शाशक
दुनिया में कई ऐसे तानाशाह हुए हैं जिन्होंने इंसानी सभ्यता को न केवल शर्मशार किया है, बल्कि क्रूरता की हदें भी पार कीं। इन तानाशाहों ने अपने ताकत के दम पर आम लोगों के ऊपर भयंकर जुल्म ढाहे। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए navbharattimes.indiatimes.com
Gurushala | 29 Nov 2021
दुनिया के सबसे क्रूर तानाशाह
जानिए इनके बारे में
वही अगर बात की जाए दुनिया के इतिहास में सबसे निर्दयी और क्रूर तानाशाहों के बारे में तो उन्हें उनकी निर्दयता, कठोरता, और उनके कुशासन के लिए आज भी जाना जाता है जिन्हें आज हम लोग तानाशाह के नाम से जानते हैं। अधिक जनकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ hindusthani.in
Gurushala | 29 Nov 2021
भारत की प्रमुख झीलें
भारत की प्रमुख झीलें और संबंधित राज्य
देश की ज्यादातर झीलें उत्तर के पर्वतीय पर्वतीय प्रदेशों में ही सीमित हैं. समुद्र तटीय क्षेत्रों में भी कुछ महत्त्वपूर्ण झीलें स्थित हैं. मैदानी भाग में इनकी कमी है अधिक जनकारी के लिए यूआरएल पर जाएँ aajtak.in
Gurushala | 29 Nov 2021
कुछ धर्म ऐसे भी थे
धर्म या सभ्यता
प्रारंभ में लोग जंगली जीवन यापन करते थे। धर्म के नाम पर हजारों धर्म धर्म ऐसे थे जिनमें प्रकृति, पूर्वजों और कई काल्पिनिक देवों की पूजा करते थे। हर कबीले या समूदाय का अपना अलग देव था। लेकिन जैसे जैसे समझ बढ़ी तो धर्म का विकास होने लगा। नियम बनने लगे और सभ्यता की शुरुआत हुई। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए hindi.webdunia.com
Gurushala | 26 Nov 2021
धर्मग्रंथों का इतिहास
धर्मग्रंथों से जुडी कुछ महत्त्वपूर्ण बातें
आजकल किसी भी संप्रदाय के ग्रंथ को धर्मग्रंथ ही कहा जाता है। धर्मग्रंथ किसी भी संप्रदाय या धर्म का आधार होता है। जिस संप्रदाय के पास अपना कोई एक धर्मग्रंथ नहीं, उसका कोई वजूद नहीं। धर्मग्रंथों में जहां इतिहास और कानून की बातें होती हैं वहीं उनमें धर्म की बातें भी होती हैं। धर्म की बात से तात्पर्य यह कि उसमें सत्य, अहिंसा, शांति और भाईचारे का पैगाम होता है। उसमें इहलोक और परलोक की भी कई रहस्यमय बातें लिखी होती हैं, जैसे स्वर्ग और नर्क, देवी और देवता, परमेश्वर और शैतान, जन्म और मृत्यु। कुछ धर्मग्रंथ पुनर्जन्म में विश्वास व्यक्त करते हैं तो कुछ नहीं। ऐसा नहीं है कि धर्मग्रंथों का केंद्र ईश्वर ही हो, जैन और बौद्ध धर्मग्रंथों में ईश्वर की चर्चा नहीं की गई है। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए hindi.webdunia.com
Gurushala | 26 Nov 2021
प्राचीन वैश्विक धर्म
दुनिया के ये प्राचीन धर्म
प्राचीन काल में तो बहुत सारे धर्म हुआ करते थे लेकिन ईसाई और इस्लाम धर्म के उदय के बाद हजारों धर्म लुप्त हो गए। दूसरी ओर कट्टरपंथी देशों में बहुत से धर्मों का अस्तित्व मिट गया है और कुछ जो बचे हैं उनका अस्तित्व संकट में है। फिर भी एक अनुमानित आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में धर्मों की संख्या लगभग 300 से ज्यादा होगी। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए m.dailyhunt.in
Gurushala | 26 Nov 2021
पश्चिम बंगाल के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य
राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य: पश्चिम बंगाल
भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित पश्चिम बंगाल भारत का एक खूबसूरत राज्य है जो उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। पश्चिम बंगाल भारत का एक ऐसा राज्य है जो यहाँ पाई जाने वाली कई लुप्तप्राय वन्यजीव प्रजातियों के संरक्षण के रूप में कार्य करता है, जिस वजह भारत सरकार ने राज्य भर में कई राष्ट्रीय उद्यान, और वन्यजीव अभ्यारण्य विकसित किए है। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए hindi.holidayrider.com
Gurushala | 26 Nov 2021
उपाधि, प्राप्तकर्ता एवं दाता
प्रसिद्ध व्यक्ति व उनके लोकप्रिय उपनाम
यहां पर भारत के प्रसिद्ध लोगों के लोकप्रिय उपनामों के बारे में सामान्य जानकारी दी गयी है। भारतीय इतिहास के कुछ ऐसे व्यक्ति है जिन्हें उनके नाम मुख्य नाम के बजाय उनके किसी प्रचलित नाम से भी जाना जाता है, एेसे ही भारत के प्रसिद्ध व्यक्तियों की सूची प्रस्तुत है, जिनको इतिहास में किये महत्वपूर्ण कार्यो की वजह से उपनाम दिया गया है। अधिक जानकारी के लिए यूआरएल पर जाए samanyagyan.com
Gurushala | 26 Nov 2021