Classroom Learning

Interview with the Principal of Rashidpur

देश भर के विभिन्न शिक्षकों के साथ मेरी बातचीत के दौरान, कई बार मुझे शिक्षकों से प्रेरणा मिलती है। कहकशां मैडम उनमें से एक हैं। जिस तरह से वह खुद को व्यक्त करती है और हमेशा सहयोग करने के लिए तैयार रहती है वह प्रेरित करती है। उसने अपने स्कूल में भी कई पहल शुरू की हैं। यहाँ उनके साथ मेरे साक्षात्कार का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:




Name of school: UPS Rasidpur Kaneta, Uttar Pradesh, Firozabad
Name of Principal: Kahkashan


प्रश्न 1: अचानक लॉकडाउन के कारण आपको किन समयों का सामना करना पड़ा?

 

उत्तर. अचानक लॉकडाउन के कारण बच्चों की पढाई पूरी तरह बंद हो गई I काफी समय तक 60  प्रतिशत बच्चों से संपर्क करने में परशानी का सामना करना पड़ा I एंड्रॉइड फोन सत्तर प्रतिशत अभिभावकों के पास ना होने के करण छात्रों से संपर्क होने पर भी छात्रों की पढाई में  व्‍यवधान रहा I ऑनलाइन सामग्री की समस्‍या का सामना करना प

ड़ा I

 

प्रश्न 2: जैसे की अब विद्यालय खुल गए हैं तो इसके लिए आपकी क्या तैयारियां रही  और आपने अपनी तैयरियां में किन बातों का ध्यान रखा?

उत्तर. विद्यालय खुलने के बाद कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कक्षावार 50% बच्चों को ऑफ़लाइन पढाई हेतु विद्यालय में बुलाया गयाI हर वर्ग का दिन निर्धारित किया गया I विद्यालय को सैनिटाइज़ करवा गया तथा प्रिंट रिच वातवरन बनाया गया I विद्यालय अगमन प्रति बच्चों का स्वागत गर्व जोशी के साथ किया गया जिससे की बच्चों को परिवार वह सुरक्षित वतावरन की अनुभूति हो I बच्चों का मनोबल बढ़ाने हेतु शिक्षण कार्य में निम्नालिखत बदलाव किया गया जैसा सर्वप्रथम उन्हें कुछ दिन शिक्षाप्रद वह कहानियां को सुना कर मनोरंजक वIतावरन का सरजन किया गया उनके पूर्व ज्ञान के अनुसार बच्चो को समूह में विभाजित कर शिक्षण कार्य किया गया I

गरमी की छुटियों में बच्चों को पढाने के लिए बहुत सारा  बनाया गया वह टीएलएम की सहायता से बच्चों को अध्ययन करे गए

 

प्रश्न 3: अब धीरे-धीरे बच्चों का विद्यालय में आना शुरू हो गया है तो अब आपको किस प्रसार की स्थिति का सामना करना पड़ा रहा है?

उत्तर. धीरे-धीरे बच्चों का विद्यालय में आना शुरू हो गया है लेकिन बच्चों का शिक्षा लेवल बहुत बुरा है बच्चों को दिक्क्तों की समय का सामना करना पड़ा रहा है बच्चों की पढ़ाई में एकाग्रता में कमी आयी है I

 

प्रश्न 4: लॉकडाउन से पहले की पढाई तथा अब की पढाई में आपको क्या बड़ा बदलाव  लगे?

उत्तर. लॉकडाउन से पहले और अब की पढाई में बहुत अंतर हुआ है I बच्चों  का स्टडी का लेवल नूतनम हो गया I लगभग 18 माहे के बाद बच्चे स्कूल में आए हैं I उस समय बच्चा अगर 4 मैं था तो अब डायरेक्ट 6 में आ  गया है I बच्चो  को ओरल भी पढ़ाया  जा रहा है I

 

प्रश्न 5. स्कूल खोलने के बाद बच्चों के अभिभावक क्या प्रभाव रहा?

उत्तर. स्कूल खोलने के बाद  50% अभिभावक कोरोना के डर से अपने बच्चों को स्कूल भेजने को तैयर नहीं हुए I कुछ इस बात से खुश हुए एक बच्चे की पढाई में आने वाला व्‍यवधान अब दूर हो जायेंगे  और बच्‍चों की  पढ़ाई फिर से  शुरू हो जाएगी I

 

प्रश्न 6: लॉकडाउन के अनुभव के बाद आप अपने शिक्षकों की ट्रेनिंग में क्या बदलाव करेंगे तथा गुरुशाला का प्रयोग किस प्रकार करेंगे?

उत्तर.  शिक्षाकों की ट्रेनिंग में शिक्षक रूप से मल्टीमीडिया के प्रयोग की ट्रेनिंग और यूएन विभीन ऐप की जानकारी दी जाए वह प्रयोग करना सिखाया जाए जिस पे ऑनलाइन कंटेंट को बनाना सीख सके जिससे भविष्य में आने वाली है I किसी भी ऐसी समाधान का समाधान शिक्षकों के पास हो I शिक्षक गुरुशाला वेबसाइट पर उपलब्ध ऑनलाइन सामग्री बनाने वाले मॉड्यूल की प्रशिक्षण करेंगे व गुरुशाला वेबसाइट पर उपलब्ध विभिन्न  प्रकार की शिक्षण सामग्री का अध्ययन करके अपना ज्ञान को बढ़ाएंगे तथा अपनी कक्षा में उपयोग करेंगे I

About the author

Shweta Jain is working in Pratham Education Foundation and works on aspects of Teacher Support Management for the teacher capacity development portal: Gurushala. Any views expressed are personal.

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